IUCAA - VYOM Brochure 2024

के िलए (जो पहले िनरी कके सापे म गितमान ह)ै, एक साथ घिटत हई नह िदखाई दतेी। समय के बारे म कहा जाता ह ैिक, समय एक ही िदशा म वािहत या गितमान होता ह,ै िजसे "समय का तीर", (Arrow of time) से जाना जाता ह ैजोिक समय क " एकतरफा िदशा" या " िवषमता" (Asymmetry) तत करने वाली अवधारणा ह।ै इसे 1927 म ु ि िटश खगोलभौितक िवद आथर एिडगटन ारा िवकिसत िकया ं् गया था,और यह एकअनसलझा सामा य भौितक ह।ै "समयका ु तीर िवरोधाभास को मल प से 1800 के दशक म गैस (और अ य ू पदाथ ) के िलए ऊ म वैिगक (T h e r m o d y n a m i c s थम डायनािम स) / साि यक य भौितक (Statistical Physics) ं के स मऔर थल िववरण के बीच िवसगित के प म पहचाना गया ूूं था। "समय का तीर" यटन क समय क प रभाषा को िनदिशत करता ू अतः समय एक बहत िवल णऔर गढ़ तथा मायावी सक पना (?) ूं ह।ै लेिकन एक बात तो तय ह-ै समय के अनसार ही ये परा ा ड ुू चलता ह।ै कबीर का एक दोहा इस बातको दोहराता ह ै: ह,ै ऐसा मरेा मानना ह।ै समय को जानना न केवल भौितकिदद (Physicists) को आकिषत करता ह,ै बि क सािह यकार को भी लभाता ह।ै सामा य जन भी ु समय को लेकर भािवत होते ह।ै समय के ऊपर िफ़ म भी बनती ह।ै समय या ा (Time Travel) जैसी वै ािनक कथाए ँबहत चाव से पढ़ी जाती ह।ै धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब-कछ होए। ु माली स चे सौ घड़ा, ऋत आए फल होए।ु गु ाकषण तरंगे ग वाकषण तरगे छेड़े अ त भ य िवचारुंु व तए ँअत र समय म चलती तेज अपार |ुं जैसे ककड़ िगरने पे तालाब म आती बहारं आसमान क गहराईय से आती ती पकार ||ु लैक होल या य ॉन तारा िकसका ये स देश हैू ान इक ा करले मानव ा ड का ये िनदश है || सालो क है मेहनत और खोज का जननुू लाइगो लेके आया कित क गहराइयो को जानने का सकन ||ृुू देश और सा कितक सीमा को लाघते हए परा िव एक साथ हो जायेगाृूंं आकाश थानीयकरण को बेहतर बनाने के िलए भारत लाइगो इिडया बनाएगा || ं िव के सग, ग वाकषण तरगे क खोज, अत र क इस दा तान मंुंं आयका क चमक सदा रहे पहचान म || ु आने वाले यग म, यह कथा सहेजे हम ु ग वाकषण क तरगे, जोड़े सभी को सग ||ुंं - रिव केशरवानी िहदी ितयोिगता िवजेती रचनां 27 {h§Xr nIdm‹Sm amO^mfm àH$moð 2024 vyaaema

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