IUCAA - VYOM Brochure 2024
25 जोधपर शहर िद ली से 648 क दरी पर ि थत ह,ै इसके पास ही ुू भादला गाँव ह।ै एक िनजी बस ने जोधपर से भादला सोलर पाक तक ु क या ा श क । हर जगह नीला रग ह।ै या ऐसा लगता ह ैमानो ुं आसमान धरती परआगया हो? आप जहा भी दखे वहा सोलर पैनल ंं मौजद ह। भड़ला म अभय वमा नामक इजीिनयर ने ब च को सौर ूं ऊजा प रयोजना के बारे म िव तार से जानकारी दी। प रयोजना का थान, िबजली उ पादन और इसम शािमल तकनीक जिटलताओ ं को सरलश द म समझाया गया। चार-चरण िबजली उ पादन, इ वटर और ासफामर क भिमका, किलग णाली और डायरे ट करट ंूुंं (डीसी) को अ टरनेिटग करट (एसी) म प रवितत करना, सौर पैनल ंं क सफाई,चचा म प रयोजना क सर ा जैसे िविभ न पहलओ को ुुं शािमल िकया गया। यह सोलर पाक 14 हजार एकर यानी पचास वग िकमी म फैला ह।ै जो लगभग 2200 मगेावाट िबजली पैदा करता ह।ै िजससे यहआज दिनया का सबसे बड़ा सोलर पाक ह।ै जो िबजली क ु आपित करता ह।ैहर साल 24 लाख घर म िबजली पहचायी जाती ूं ह।ैन केवल राज थान बि क उ र दशे को भी िबजली क आपित ू क जाती ह।ै इस सोलर पाक क सर ा के िलए 300 गाड तैनात िकए गए ह। इस ु पाक म एक करोड़ सोलर पैनल लगाए गए ह। लेिकन यहा म य ंु सम या सोलर पैनलक सफाई क ह।ै लाट रेिग तान से िघरा हआह।ै ं इसिलए हर िदन िम ी हवा से उड़ जाती ह ैऔर सोलर लेट पर जमा हो जानेका िनणय िलया गया। राजापर से मबई तक का सफर सहाना रहा। हरे-भरे लँड केप,, ुंुु घमावदार सड़क हर जगह म म ध कर दनेे वाली थ । और जैसे ही बस ुंु ने मबई शहर म वेश िकया, सभी को एक िवशषे गध महसस हई। ंुंू राजापर का जीवन मबई के शहरी जीवन के िब कल िवपरीत था। ुंुु छ पित िशवाजी टिमनल-2 से जोधपर के िलएआधी रात क लाइट ु थी। क कण क खली हवा से राज थान के श क रेिग तानी वातावरण ुु म प रवतन का अनभव करते हए हर कोई जोधपर पहचा।जोधपर, ुुंु िजसेअपने िविश नीले रग से रगे घर के कारण " ल िसटी" के प म ंंू जाना जाता ह।ै एक अ त अनभव दान करता ह।ै महेरगढ़ िकले से, ुु िदनेश और उसके दो त शहर के य और नीले रग क इमारत को ं दखेकरआ यचिकत रह गए। एक गाइड ने िकलेके इितहास, वहा के ं स हालय, िविभ न व तओ, घटनाओके बारे म बताया। इन इमारत ंुंं का नीला रग का शा ीय कारण िसफ सदरता नह ह,ै बि क सरज क ंंुू रोशनी को ितिबिबत करना और इमारत को ठडा करना भी एक ंं मह वपण उे य ह।ैू ऐसे म आधिनक तकनीक क मदद से सोलर लेट क सफाई क ु चनौती हल हो गई ह।ै ितिदन शाम 5 बजे से सभी सोलर पैनल क ु सफाई रोबोट ारा क जाती ह।ै सोलर पैनल को कोई नकसान न हो ु इसके िलए माइ ो फाइबर श का इ तेमाल िकया जाता ह।ै सोलर पाकका िनमाण चार चरण म िकया गया ह।ै येकचरणके िलए एक अलग िनय णक ह।ैं जाती ह।ै इसिलए इन सोलर लेट को साफकरना एकबड़ी चनौती ह।ैु भौितक िव ान म बीएससी परी करने के बाद, िदनेश ने पण ेके ूु उरिलकाचनके एककॉलेजसेखा उ पाद म िड लोमा िकया। इसके ं बाद उनके यास से उ ह पण ेके पासखड़े िशवपर म एकखा उ पाद ुु िनमाण कपनी म नौकरी िमल गई।यहा उ ह ने तीन साल तक ंं ोड शन मनैेजर के तौर पर काम िकया। इन तीन वष के अनभव से ु उ ह खा उ ोग के े म सारा ान ा हो गया। कित क कपा से, ृृ येक क ोल म म िबजली उ पादन, रोबोट, किलग िस टम जैसे ंूं तीन सेटअप लगाए गए ह। इसिलए येक सोलर पैनल से उ प न होने वाली िबजली िनयि त होती ह,ै साथ ही सफाई करने वाला रोबोट भी ं िनयि त होता ह।ै ासफामर इ वटर िस टम क किलग को तीसरे ंंूं क ोल पैनल से िनयि त िकया जाता ह।ै इन जगह पर प ह सौ ंंं कमचारी काम करते ह. इसम 500 तकनीक और 1000 गैर- तकनीक कमचारी ह। इस जगह क सबसे बड़ी सम या यह ह ैिक आस-पास कोई गाव या शहर नह ह।ै िनकटतम गाँव पाक से छ पन ं िकलोमीटर दर ह।ै ज री सामान 223 िकमी दर जोधपर शहर से लाना ुूू पड़ता ह।ै यहा उ पािदत िबजली एनटीपीसी ारा खरीदी जाती ह।ै उस ं िबजली को हाई टशन केबल के मा यम से दशे के िविभ न िह स म भजेा जाता ह।ैइस िबजली से कोई दषण नह होता ह।ै इससे कोयले ू और पानी क भी बचत होती ह।ै भादला सोलर लाट हर िदन 68 ं लाख यिनट िबजली पैदा करता ह।ै इतनी ही िबजली कोयले से बनाने ू म रोजाना 5 करोड़ पये खच होते।जब सय क िकरण सेमीकड टर ूं िसिलकॉन पर पड़ती ह तो िबजली उ प न होती ह।ै लेिकन यह िबजली डीसी यानी डायरे ट करट म पैदा होती ह ैऔर इसे एसी अ टरनेिटग ंं करट म बदलने के िलए िबजली को इ वटर म भजेा जाता ह।ैसभी ं सोलर पैनल को दि ण िदशा म लगाने का सबसे मह वपण कारण ू यह ह ैिक सय पव म उगता ह ैऔर पि म म अ त होता ह।ै अतः ूू सय दय से सया त तकसौर पैनलक छाया कभी नह पड़ती। इसिलए ूू सोलर पैनल से िबजली का उ पादन अ छा होता ह।ैसोलर पाक के गहन ान केकारण िदनेशका इस े मक रयर बनाने का ढ़ सक प ं मजबत हआ।ू {h§Xr nIdm‹Sm amO^mfm àH$moð 2024 vyaaema
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