IUCAA - VYOM Brochure 2024

16 ग वाकषण तरग अत र -समय म उ प न लहर होती ह। जब ये लहर ुंं िक ह दो िबदओके बीच से गजरती ह, तो उनके बीच क थान को ंंुु िवकतकर दतेी हऔर उन िबदओके बीचक दरी म म प रवतनलाती ृंंुू ह। इन तरग के ससचन के िलए, हम इ ह प रवतन का पता लगाते ह ंंू जब ये तरग ग वाकषण तरग वेधशालाओ क भजाओ के बीच से ंुंंुं गजरती ह।ु इन तरग के उ पादन के िलए िज मदेार कई ि याओ म से एक ंं ि या दो अित सघन तार (कॉ पै ट ऑ जे टस) जैसे िक दो क ण ्ृ िछ ( लैक हो स) का िवलय ह।ै यहाँ तक िक अभी तक िजन भी ग वाकषण तरग का ससचन लाइगो-वग -का ा (LIGO-Virgo-ुंंू Kagra) ग वाकषण तरग वेधशालाओने िकया ह ैवे सभी या तो दो ुंं क ण िछ ( लैक होल य म ), दो य ॉन तार ( य ॉन टार य म ), ृुूूु हम (अिवनाश, शा वत, आिद य व अ य सहयोगी) इस सम या को हल करने का यास इन तारक य य म के क क गितक ु या िफर एकक ण िछ और एक य ॉन तारे के िवलय से उ प न हई ह।ृू लेिकन ये तारक य य म कैसे और कहाँ बनते, िवकिसत होते, एव ुं िवलय करते ह, अभी भी एक खला ह ैतथा उनके उ पि क ु गहराई से जाच क जा रही ह।ै यह ात करना और जिटल इसिलए भी ं हो जाता ह ैय िक आमतौर पर इन तारक य य म क आकाश म ु ि थित का थानीकरण करना किठन होता ह ैतथा अिधकतर समय इनके पास अित र िव तचबक य (EM) सकेत नह होते। जोिक ुंुं इनके प रवेश क पहचानऔर अ ययन करनाऔर मि कलबना दतेे ु ह। - अिवनाश ितवारी आलेख गु ाकषण तरंग ोत के तारक य वातावरण क परेखा रह ेह। इन टीडीजी का अ ययन करने से कछ िदलच प िन कष ु िनकलते ह: - इन आकाशगगाओका ित पण यह बतलाता ह ैिक ंं टीडीजी म अदी पदाथ (कल बा रयोिनक यमान के करीब ु गितशील यमान) अ यिधक कम मा ा म अथवा न होना अपेि त होता ह ैय िक टीडीजी उ प न करने वाले वारीय बलआमतौर पर यमान चि का के बाहरी े को भािवत करते ह, जहाँ अदी पदाथ क ीय े अथवा भामडल म तलना मक प से ंु अ यिधक कम होता ह।ै इसिलए TDG का िनमाण करने वाले ि प पदाथ म अदी पदाथ क मा ा काफ कम होती ह।ै यटोिनयन ु सरचना के िवपरीत, बौनी आकाशगगाए,ँ अदी पदाथ (डीएम) से ंं भािवत होती ह, जो उ ह भौितक एव अदी पदाथ के मलभत ंुू िनयम का परी ण करने के िलए भौितक य योगशाला बनाती ह। चिक टीडीजी अपने समान आकार के िचरस मत ित प एव ंूं योित क तलना म सौर धाि वकता के सदभ म अिधक धात-सम ृुंु होते ह (2/3) य िक वे सघ अथवा अ यो यि या के दौरान ं आकाशगगाओके बाहरी चि का के पव-सविधत पदाथ से बने हए ंंूं होते ह। वारीय बौनीआकाशगगाए ँदो मखतारक य घटक से बनी ंु हई होती ह: िन कािसत HI बादल के िनपात ारा हाल ही म िनमाण हए यवा तारे एव कम से कम Gyr वष परानी तारक य स या, िजसे ुंुं मलआकाशगगाओक चि का से बाहर िनकाल फक िदया गया ह।ै ूंं ए ोसैट ेण टीडीजी म तार के िनमाण ग छ क उपि थित का ु दावा करता ह।ै टीडीजी तरत सबोिधत करने क आव यकता होने ुंं वाले को हल करने के िलए नए ार खोल रहा ह ैजैसे िक सभी बौनी आकाशगगाओ का िनमाण टीडीजी से हआ ह ैअथवा नह । ंं डीजी का अनपात िजसक उ प ी टीडीजी के प म हो सकती ह ैु बनाम ारिभक ाड म िनमाण हए डीजी का अनपात, इनके बारे म ंंु बहस चल रही ह,ै इनके िलए आकाशगगाओ के गणधम का गहन ंंु अ ययन आव यक ह,ै िजसम आकाशगगाओ क श गितक , ंंु धाि वकता, एवअदी पदाथसाम ी शािमलह।ै ं {h§Xr nIdm‹Sm amO^mfm àH$moð 2024 vyaaema

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