IUCAA - VYOM Brochure 2024

हि तनापर म नयी सरकार आई। महाराज यिधि र ने राजग ी ुु पर बैठते ही कई नएफमानजारी िकए। उनम एकथा दरदशनको ू वाय स थान बनाने का सक प । दरदशन केवलसरकार का ंंू मखप न रहे- िन प पाती रहे और वा तवता का िच ण करे ु ऐसा अपना उे य उ ह ने जािहर िकया। उसी तरह नौकरशाही से उसे म करने क भी उ ह ने घोषणा क । ये फमान सनते ही ुु ीक ण जी ारका छोड़ भागते-भागते हि तनापर आ पहचे। ृुं साथ ही उ ह ने एक दरप (फै स) ारा यिधि र से ाथना क ुू िकउनसेचचा िकए िबना इनफमान को कायि वत नकर। इतने म उनके पड़ोसी ल मण शमा बड़े उ साह से उनके घर िव हए। राम यासजी-चिलये िमठाई खानेआिखरआज एकशभवाता सनी।ुु आिखर दरदशन के एक सवाददाता को दय धन महाराज कहा िछपे ह ंंूु इसका पता चला। उसने शी यह वाता सपादक के पास पहचाई। ंं आधी घिटका म दरदशन के म या ह वाताप म त काल ही यह ू 'जानकारी जािहर करना सभव था। जो नारद ं वािहनी नह कर पायी उसे दरदशन ने कर िदखाया, ऐसा जािहर करने ू का अनोखा मौका था। वाता सपादक ने ेपण के िलए यह समाचार ं बनायाः बेचारा पाथ ! कल अपना सत गवाया और आज अपने ाण। अब ुं पाथ के िबना अगराज को कौन रोकेगा?... अब तो कौरव जीत ही गए। ं ''दरिच वाणी सच बद करते हए राम यास शा ी बोले काशी म ंू अिधकाश जनता पाडव क समथक थी। दशा मघे घाट पर जमी ंं भीड़ म स नाटा छाया था। ''अभी ा हए समाचार के अनसार अजन आ मदहन क तैयारी कर ुु रह ेह। कौरव दलम उ साहका वातावरणछाया ह।ै'' िपछली बार आपने पढ़ाःअ थामा के वध का समाचार सन ंु कर ोणाचाय ने श याग िदएऔर मारे गए। ध शेषनाग ने ु य आय के पद से इ तीफा दे िदया नए कौरव सेनापित अग ुुं भी दो िदनके य के प ात मारे गएअबआगेःु् आिखर पाडव के सातऔर कौरव के यारह अ ौिहणी सेना का परा ंू िवनाश होकर यह भयानक य अठारह िदन प ात समा हो हआ। ु् महाराज धतरा के सौ म से िन यानबे प अकेले भीम ने मार डाले। ृु उनक यह ित ा थी िक सभी कौरव राजकमार को वे अकेले ख म ु करगे। अब बच ेयवराज दय धन। वे कहा गायब हो गए िकसी को ुंु मालम नह था।ू प रणामतः म या ह एव सायकालीन वाताप म दरदशन ने केवल ंंू इतना ही कहाः "यवराज दय धनक तलाशजारी ह।ै..ंुु तब तक यह वाता अ य माग से जािहर हो चक थी। िजस सवाददाता ुं ने य वाता क टेप ली थी उसने वह टेप सवािधक म य म नारद ुू वािहनी को बेची और अपने शाम के समाचार म नारदवािहनी ने उसे अ छी तरह िदखाया। सवाददाता ने गदा य क िफ म भजेी थी, िजसे धीरे-धीरे चला कर ंु भीम केअधम ेरत वार को अ छी तरह िदखाया गया जा सकता था। लेिकन हाय! हि तनापर म नयी सरकारआई। महाराज यिधि र ने राजग ी पर बैठते ुु ही नए फमान जारी िकए। उनम एक था दरदशन को वाय स थान ंू बनाने का सक प। दरदशन केवल सरकार का मखप न रह-े ंंुू िन प पाती रह ेऔर वा तवता का िच ण करे ऐसा अपना उे य उ ह ने जािहर िकया। उसी तरह नौकरशाही से उसे म करने क भी ु उ ह ने घोषणा क । इस वाता को जािहर करने से वाता सपादक को रोका गया। उसे बताया ं गया िक िवदर के से हि तनापर क ओर रवाना हो गए ह। जब तक ुुु वे महाराज धतरा को यह वाता वय नह सनाते तब तक इसका ृंु सारण रोका जाए। वाता सनसनीखजे ह ैऔर आम जनता म इसके या ताव ह गे, अदाजा लगाना किठन ह।ै दगे-फसाद क आशका ंंं ह।ै " जैसा आप जानते ह िक यवराज दय धन का पता अब तक नह ुु लगाया जा सका। अभी ा समाचार म हमारे सवाददाता ने बताया ं िक के के पास एक तालाब म िछपे यवराज का पता पाडव ने ुुं लगाया। यिधि र जी ने उनसे कहा िक कोई भी श चन कर िकसी भी ुु एक पाडव से वे य लड़। यवराज चाहते तो नकल या सहदवे को ंंुुुं चनकर गदा य म उनका खातमा कर सकते थे। पर वािभमानी ुु दय धन ने भीम को ही चना और उनसे गदाय िकया। य िप दय धन ुुुु गदा, य कला म भीम से कह बेहतर थे तो भी अनीित का सहारा ु लेकर भीम ने दय धन क 'जाघ पर गदा का वार िकया जो िनयम के ंु िव था। वय पच और दोन को गदा य कला िसखाने वाले ंंु बलराम जी ने इस पर ोभ य िकया। पर दय धन महाराजअब म य ृुु क अितम घिड़या िगन रह ेथे।"ंं ये फमान सनते ही ी क णजी ारका छोड़ भागते-भागते हि तनापर ृुु आपहच।े साथ ही उ ह ने एक दरप (फै स) ारा महाराज यिधि र से ंुू 12 {h§Xr nIdm‹Sm amO^mfm àH$moð 2024 vyaaema

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