IUCAA - VYOM - Hindi Pakhwada 2023

30 ांड क उ - आकाश गग छोटे छोटे ितनके जोड़ बनता ाड अपार,ं अप रिचत अधकार से उपजे ं िदक-काल िवशाल,् ण भर म अण उपजे, ु उपजते काश के स मू या करने को यह अथाह ाड।ं घनघोर तमस पनः घेरताु जैसे आती स या, उषा के प ातं परत अ थाई इस दिनया म ंुु अधेरा भी कहा कभी िटक पाता है,ं दीघ राि के प ात, तार का उदय हो जाता है। गर वाकषण के ता डव से,ु होता कोलाहल पदाथ म, अिनयिमत और अ यि थत य से होता अनेक ऊिजत तार , गैलेि सय और ह का नविनमाण। तद ात, ऐसी ही एक गैले सी म,ंु सय नामक तारा बनता है,ू अपनी ऊजा से, धरती पे जीवन पनपाता है, स यता से किव को जीवन िमल पाया है ाड का िव फोटक उदय इस किवता म कर पाया है।ं {h§Xr nIdm‹Sm amO^mfm àH$moð 2023 िहदी पखवाड़ा - िवजेता रचनां

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