IUCAA - VYOM - Hindi Pakhwada 2023

20 करती ह। ऐसा करते हए वे एक-दसरे के समीप आते ह और हमारे ू ाड क सबसे ऊजावान घटनाओ क चरम सीमा तक पहचकर ंंं 2 एकल क ण िववर का िनमाण करते ह। ये गणनाए ँआइ टीन के ृं सामा य सापे ता के गैर-रेखीय, यि मतआिशकअतर समीकरण को ुंं हल करने से आती ह और अब तकआपने अनमान लगाया ही होगा ु िक इसे हल करना िकतना मि कल हो सकता ह!ै इसिलए वष 2006 ु से इ ह अ सर सपर सगणकका उपयोग करके हल िकया जाता ह।ै यह ुं अपने आप म एक ऐसा े ह ैिजसे स या मक सापे ता कहा जाता ं ह।ै 1 काश और ग वीय तरगे सबसे तेज़ गित से या ा करती ह और वे यमानहीन होती ह।ुं 47 2015 म लाइगो ारा खोजी गई GW150914 िवलयन घटना ने 10 J का उ सजन िकया, जो हम चिकत कर दनेे वाला ह:ै यिद सारी ऊजा एकि त क जाए, 2 तो दस खरब प वी को दस लाख खरब वष तक ऊजा दान क जा सकती ह!ैृ ये भारत म िकए जाने वाले पहले िसमलेशन म से एक थे।ु 3 िच 2: क ण िववर ि -चर दर तक पलायन करने वाली तरग, िज ह क के पास सफेद गोल के प म दखेा जा सकता ह।ैृंू इस कार क ि -चर क ण िवलयन घटना म िवलयन के ृ दौरान आपसी ग वाकषण क अ यो यि या के कारण दोन क ण ृु िववर एक दसरे को भािवत कर सकते ह। इस शोध बध म, मने इस ंू बात को समझने के िलए यह अ त काम िकया ह ैिक इन क ण ृु िववरण के ि ितज अ छे खासे गोलाकार से दीघव ाकार म कैसे ृ प रवितत होते ह और ये कैसे गितशील प से यवहार करते ह, जब क ण िववर एक-दसरे क ओर सिपलाकार माग से पास आते ह तथा ृू एक-दसरे म िवलीन हो जाते ह।ू इसे परा करने के िलए, म सपर सगणक और गितशील ूुं ि ितज के िस ात का उपयोग करता ह। आयका म सपरक यटर का ंंुुंू उपयोग करके िकए गए स या मक सापे ता अनकरण का उपयोग ंु करते हए, मने पाया िक ऐसी तरग ह जो उ िेजत ह तथा ि ितज पर ं या ा कर रही ह, और जो अदर क ओर सिपलाकार माग से पासआते ं ह, िजनका िवलय हो रहा ह तथा क ण िववर के िवलय का वह चरण ृ 3 जहाँ ग वाकषण क तरग का कोणाकअपनी चरम सीमा तक पहच ुंंं गया ह।ै क ण िववर के बीच क वारीय अ यो यि या के कारण ृ ि ितज िव िपत होते ह और इसम शािमल जिटलताओ को दखेते ं हए इस बात को समझना बेहद चनौतीपण रहा ह ैिक उनका यवहार ुू कैसे होता ह। इन तरग का िवे षणकरने पर हमने पाया िकसदर े ंुू म, लाइगो ससचक म उनका यवहार हम ा होने वाली तरग क ंूं तरह सरल और प रिचत था ! हालाँिक क ण िववर के गितशील ृ ि ितज से सकेत हम तक नह पहच पाते ह, लेिकन उनके ारा ंं ग वाकषण तरग का अवशोषण िकया जाता ह ैऔर ि ितज के ुं आकार म प रवतन तेज़ी से दोलन करते ह तथा इनक बलता म भी वि होती ह।ै एक बहत ही िदलच प प रणाम यह था िक जो तरग ृं क ण िववर ि -चर से पलायन करती हऔर वो यह जानकारी हम तक ृ पहचाती ह िक क ण िववर के ि ितज पर या हो रहा ह!ै इससे ृं आइ टीन के ग वाकषण के िस ात का परी ण करने और क ण ृंुं िववर के आस-पास या हो रहा ह ैइसक जाच करने क रोमाचक ंं सभावनाओके नए ार खलते ह।ंंु {h§Xr nIdm‹Sm amO^mfm àH$moð 2023

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