IUCAA - VYOM - Hindi Pakhwada 2023

18 सौर वायमडल का तापमान पाँच हज़ार पाँचसौ केि वन ुं काशमडल ("फोटो फेरे") से श होकर दस लाख िड ी केि वन ंु "कोरोना" तक बड़ी िविच िविध से बढ़ो री करता ह।ै कोरोना वय ं म ीिमग "सौर िवड" के प म तारम ये (इटर टेलर मा यम) ुंंं म फैलता ह,ै जो प वी के िनकट अत र मौसम (" पेस-वेअथेर") को ृं िनयि त और भािवत करता ह।ै सौर हवा म िविभ न सरचनाओ के ंंं सटीक ोत े, उनके िनमाण क ऊचाइया और सौर वातावरण का ंं ताप एक अतिनिहत ि या के अनेक अिभ य प माने जाते ह, ं और खगोल शा क अनेकअनसलझी सम याओम से एक ह।ै सौर ुं कोरोना म ठ डी, क ण सरचनाए ँपाई जाती ह िजनका सौर िवड से ृंं घिन स ब ध ह।ै इन सरचनाओ को "कोरोनल हो स" कहते ह। ंं अवलोकन से यह भी पता चलता ह ैिक कोरोना का तापमान ऊजा के सौर वातावरण का ताप और ग तशीलता - िवशाल उप न िणक िव फोट ारा होता ह।ै इस शोध बध म, हम तीन वै ािनक ं पर िवचार करते ह: (1): सौर िवड सौर वायमडल म कहाँ से ंुं उ प न होती ह? (2) सौर कोरोना के तापमान का िनय ण ऊजा के ं िकस ि यािविध से सप न होता ह?ै (3) वाइट सन- िन त ध ंु सौरे - िजनसे सौर िवड उ प न होने क सभावना नह होती िक त ंंु तापमान अिधक होता ह।ै कोरोनल हो स से कैसे िभ न होते ह ? इस िव ान के शोधन हते हम सय के नैरोबड चलिच , पे ो कोिपक, ुू और ए स-रे-एिककत काश का, और सौर िवड के व थानी मापन ृं का योग करते ह। हम ऊजा के िणक िव फोट के गण का अनमान ुु लगाने और सौर िवड के पवकथन हते आिटफ िसयल इटेिलजस ंूुं (याि क बि ) का योग करते ह। इसके अित र हम यमे रकल ंुू मॉडिलग तथा साि यक य िवे षण ारा िन त ध सौरे और ंं कोरोनल हो स के अतर का शोधन करते ह। हम अततः सौर ंं वायमडल म सौर हवा के उ वऔर तापन का एक एक कत प र य ृुं तत करते ह और इस बध से िन कष के िनिहताथ पर चचा करते ुं ह। इस छायािच के थम एव ततीय पि म सय के िच तत िकए गए ह। ृंंूु इनके नीच ेसौर िवड के सौर वायमडल म ारभ होने के थान को र वण से ंुंं तत करते ह। यह जानकारी एक आिटफ िसयल इटेिलजस िविध िच ुं और सौर िवडके व थानी मापनका अ ययनकर िनकाली जाती ह।ै ं शोध बध साराशंं {h§Xr nIdm‹Sm amO^mfm àH$moð 2023

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