IUCAA - VYOM - Hindi Pakhwada 2023

14 एजीएन से िनकलने वाली बड़ी मा ा म ऊजा आकाशगगाओ के िवकास म मह वपण भिमका िनभाती ह।ै इस ंंूू बातचीत म, म एजीएन के मल गण का प रचय दगाऔर वे ाडको ूुंंू रे डयो ांड: आकाशगंगाओंऔर ैक होल क पर र या - ो. नीरज ग ाु कैसेआकार दतेे ह जैसा िक हमआज दखेते ह। म िवशषे प से दि ण अ का म मीरकैट टेली कोप का उपयोग करके आईयसीएए म ू िकए जा रह ेकामकेकछ मखप रणाम पर यानकि तक गा।ुुं सय के वायमडल का तापमान उसक सतह क तलना म ूुंु काफ अिधक होता ह।ै सौय वायमडल के िजस भाग को हम कोरोना ुं कहते ह उसका तापमान हमशेा औसत दस लाख केि वन होता ह।ै इस िवड बना को कोरोनल हीिटग का नाम िदया गया ह।ै इसका म य ंु कारण सय क सतह पर मौजद तरल पदाथ क आकि मक ूू गितशीलता ह ैजो सय के च बक य े म नाना कार के भौितक ूु भाव उ प न करती ह ैजो सभवतः कोरोना को ऊ मा दान करती ं ह । सय के वायमडल पर होने वाली कछ घटनाए िवराट होती ह ूुंुं िजनका गहन अ ययन अवलोकन के मा यम से िव तार से िकया गया ह।ै लेिकन अगर इन घटनाओ क ऊजा क तलना जब हम कल ंुु वािछत ऊजा के साथ करते ह तब यह तीत होता ह ैिक कम ऊजा ं वाली घटनाओका अिधकयोगदान होता ह।ै मरेा शोधकायलघऊजा ंु वाली घटनाओ से स बिधत ह।ै अपने शोधकाय म हमने भौितक ंं समीकरण को सगणक के मा यम से हल करके यह जानने क ं कोिशश क िक या इन लघ घटनाओऔर िवराट घटनाओको एक ुंं तरह के भौितक िति या क तरह समझा जा सकता ह।ै हम सूय के वायुमंडल का ऊजा व ान - अिभषेक राजहसं सकारा मक प रणाम िमले। इस शोध को आगे बढ़ाते हए हमने सगणक के मा यम से ऐसी प रि थितय को समझने का यास िकया ं जहाँ िविभ न ऊजा वाली घटनाए घिटत होती ह। इस तरह क ं प रि थित के सै ाितक प रणाम क तलना हमने े पण के साथ ंु करके हमने इस प रि थित को समझने का यास िकया। इसके िलए मने उस सगणक ो ाम के सधार पर भी काम िकया िजसका उपयोग ंु मने अपने थम अ ययन के िलए िकया था तािक उसे अिधक िव सनीय बनाया जा सके । यान दनेे वाली बात ह ैिक हमने सौय वायमडल को िजस कार के ऊजा मक घटनाओ के मा यम से ुंं समझने का यास िकया उ ह हम इ पि सव कहते ह यािन क इस ऊजा के उ सजन क अविध िविकरणअविध क तलना म कम होती ु ह।ै अपने शोध म मने ेपण के मा यम से यह अ ययन िकया िक या कोरोना के नीच ेि थत ाजीशन रीजन म ेिपत तरल पदाथ क ं गित को इन इ पि सव ऊजा मक घटनाओ को पणतःसमझा जा ंू सकता ह ैया नह । हम प रणाम म यह िमला िक केवल इ पि सव घटनाए ाजीशन रीजनके ेपणको समझने मअसमथ ह।ै ंं {h§Xr nIdm‹Sm amO^mfm àH$moð 2023 शोध बध साराशंं या यान साराशं

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