Khagol Bulletin # 131 (Jan 2024) - HINDI
देबारित चटज सै ाितक खगोलभौितक अनसधानकता ह ैजो सहत िसतारे और ंुंं ग वीय तरग म िवशषे ता रखती ह।ै वह अतर-िव िव ालय क : खगोलिव ान ुंं और खगोलभौितक , पण,े भारत म सहयोगी ोफेसर के प म कायरत ह ैऔर कई ु अतरा ीय सहयोिगताओ क सद या ह, िजसम लाइगो वै ािनक सहयोिगता ंं शािमल ह।ै वह लाइगो-इिडया मगेा-िव ान प रयोजना के िलए िश ा एव ेतम ंं सावजिनकगितिविधय क वतमानअ य ा ह। शिै क प भिम से परे, दबेारित रचना मकलेखन, नई भाषाओको सीखना, न य तथा ृृूं बहत ऊचाई वाली ैिकग, रॉक लाइि बग और िमि त माशल आट जैसे खले के ंंं बारे मअ यिधक िच रखती ह।ै अनसधान ुं आयका म दबेारित चटज के नेत व म एनएसजीड य ृुु समह ग वीय तरग का उपयोग करके मलभत भौितक ूुंूू का अ ययन करता ह।ै िपछले कछ वष म समह ुू ने नािभक य भौितक , कण भौितक एव जीड य ंु खगोलिव ान जैसे बह-िवषयक के िलए िन कष सिहतअनसधान मकई उ लेखनीय योगदान िदए ह।ुं होती ह, क खोज के साथ इस े म सफलता िमली। य िप आइ टाइन ने 1915 म यह पवानमान लगाया था ंूु लेिकन इन मायावी तरग क उनक अ यिधक ीण ं कित के कारण खोज नह क जा सक : उनका आयाम ृ सेि टिलयॉन म एकभाग ह!ै ग वीय तरग को पकड़ने के ुं िलए दिनया के अ यिधक सटीक उपकरण म से एक ु ग वीय तरग ससचक उपकरण के िनमाण के िलए ुंंू तकनीक य उ नित के सदी क आव यकता थी। कई िकलोमीटर भजाओ क लबाई के साथ "एल" आकार ुंं के बड़े ससचक को आसपास के कपन से िवय करने ंूंु के िलए अ ा-हाई वै यम म िनलिबत िकया गया। उसी ुं समय, शि शाली लेजर को भजाओ म कई बार ुं ितिबिबत होनेऔर िफर अत:े प करने के िलए बनाया ंं गया तािक गज़रने वाली कोई भी तरग अपना व प ुं बदल। यएस म ि थत लाइगो ससचक एव यरोप म ि थत ूंूंू वग ससचक जैसे इन ससचक म िपछले दस वष म ंूंू उनक अिभक प सवेदनशीलता ( िडजाइन ं सिसिटवीटी) तक पहच ने के िलए बारी-बारी से सधार ंु िकए गए, तब आिखरकार 2015 म ि चर क ण िववर ृ से और उसके बाद 2017 म य ॉन िसतार के य म से ुु पहलेजीड य सकेतक खोजक । ुं िवशषेत: छा िव म केशारी धान (2022-2023 म यि लअर िफिज स एस, िफिजकल र य सी ुू िफिजकल र य डी, एव खगोलभौितक य जनल म ूं कािशत) ारा िकए गए कई अ ययन ने िनरतर ं जीड य उ सजन का कारण बनने वाले अि थर दोलन ु स ोवो घोष ने अजीबपन के नए अ वेषण के प म ु एनएस िवलयन क ारिभक अदर क ओर सिपलाकार ंं माग सेआगे बढ़ने क अव था म वारीय तापन को भी तािवत िकया। इसकेअित र , विणम िशक, य ॉन ु िसतार केअतरग मअसामा य पदाथक खोजकरने क ंं सभावना का अ वेषण कर रह ेह। जनल ऑफ ं कॉ मोलॉजी एड ए ोपािटकल िफिज स म कािशत ं हए उनके वतमानीय काय म एनएस (NSs) म अदी पदाथ क उपि थित के नए अ वेषण के प म एनएस कार म य ॉन िसतार केआत रक सयोजन के सकेत ुंंं के िलए खोज क । प रणाम से यह िदखाई िदया िक योजनाब आगामी- उ पादन जीड य ससचक ारा ुंू िवय NSs या ि चर दोन म इस कार के दोलन से ु सकेत का उपयोग करके नािभक य भौितक म सघन ं पदाथ िस ात को अ छी तरह से यव िकया जा ं सकता ह।ै उ ह ने इसका भी अ वेषण िकया िक कैसे इस कार क खोज हम य ॉन िसतारे और अजीब िसतर ु जैसे सहत िसतार के अ य ि थर प रवार के बीच फक ं बताने क या उनके अतरग म सभा य अव था स मण ंंंं क कित का अ वेषण करने क अनमित दान करती ृु ह।ै पीएचडी छा स ोवो घोष के नेत व म िकए गए ृु काय क खला म िविभ न सघनताओम बह-िवषयक ृंं भौितक (नािभक य िस ात, उ च-आयन भौितक , ं बह-सदशेवाहक खगोलभौितक य डेटा) का उपयोग ं करके गहन पदाथ िस ात पर यवरोधआरोिपत िकया ं गया। पीएचडी छा विणम िशक ने अ यिधक उ च सघनताओ म यसीडी ( वाटम ोमोडाइनैिम स, ंुं बल अ यो यि या का िस ात) के ोभ िस ात से ंं अित र यवरोध आरोिपत करके सकर िसतार ं (अतरग म स मण अव था के साथ) तक इस योजना ंंं को िव तत िकया। इन शोध काय को वष 2022-2023 ृ म यरोिपयन िफिजकल जनल, िटयस इन ए ोनॉमी ूं एड पेस साइसेस और द ए ोिफिजकल जनल म ंं कािशत िकया गया। दोलन तरीक को सिचत िकया गया। पो ट-डॉ टोरल ू छा व पाठक ने इन सारे यास म सहभािगता िनभाई ु और लाइगो ारा चल रह ेिनरतर जीड य खोज क ंु सीमा म िनरतर सधार के िलएअ ययनका नेत व िकया।ृंु जीड यअनसधान म सव क आना अभी बाक ह।ैृुुं जैसे-जैसे जीड य ससचक क वतमान पीढ़ी अपने ुंू चौथे अितम े ण क ओर बढ़ रही ह, उनम से कई ं ि ितज पर ह। मई 2023 म भारत सरकार ने भारतीय भिम पर जीड य ससचक का िनमाण करने के िलए ूुंू स मित दान क । जीड य ससचक क वैि क णेी ुंू म शािमल होकर, लाइगो-इिडया प रयोजना अपने ं अ याधिनक तकनीक एव वैि क ि थित के साथ ुं जीड य अनसधान के प र य म ाितकारी बदलाव ुुंं लाएगी जो जीड य ोत के अ य च सटीक ुु थानीयकरण का नेत व करेगी। यएस म कॉि मक ृू ए स लोरर, यरोप म आइ टाइन टेली कोप और ूं अत र आधा रत लेजर इटरिफरोमीटर पेस एि टना ंं (एलआईएसए) जैसे ससचक केआगामी-उ पादन क ंू योजना अगले दस वष के िलए बनाई गई ह।ै पण प से ू समिपत उ च-आवतन जीड य इटरफेरोमीटर िजसे ुं एनईएमओ ( य ॉन टार ए ीम मटै ऑ जवटोरी) ु कहा जाता ह,ै उसे जीड य के साथ अ यिधक ु सघनताओ म नािभक य पदाथ के मलभत गणधम का ंुूु मापन करने के िलए अिभकि पत करने का ताव िदया गया ह।ै अत र एव भ-आधा रत दरिबिनय के साथ ंंूू हाथ म हाथ िमलाकर य ॉन िसतार पर बह-ु सदशेवाहक सहयोगा मक अनसधान से अपेि त ह ैिक ंुं वह अनत से अित स म तक के मलभत भौितक के ंूूू रह या मकपहलेी को सलझाए।ु | 04 A§H$ 131 - OZdar 2024 | IJmob | KHAGOL
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