Khagol Bulletin # 131 (Jan 2024) - HINDI

िबगिनग ए ोनॉमी v3: टाट ए डेटा-ि वन जन ं उ ाटन समारोह के बाद ो. ेम पाल, मख, भौितक ु िवभाग, आईआईटी हदैराबाद, ने ा तािवक िकया, इसके साथ महानभव अितिथ, ो. के. ीराम, ु खगोलिव ान िवभाग, ओसमािनया िव िव ालयऔर म य अितिथ डॉ. ई र च दास, मख, जीयोिफिज स ुंु िडिवजन, नैशनल रमोट सेि सग सटर, इसरो, इिडया, ने ंं उपि थत को सबोिधत िकया। ो. शातन दसेाई, ंंु भौितक िवभाग, आईआईटी हदैराबाद ने समापन िबगिनग ए ोनॉमी v3: टाट ए डेटा-ि वन जन का ं आयोजन 11 से 13 िदसबर 2023 के दौरानआईआईटी ं हदैराबाद म िकया गया। इसे आईआईटी हदैराबाद एव ं आयका ारा सय प से आयोिजत िकया गया था। ुंु बीएससी एव बीटेकके ि तीय वष या उससे उ चतर वग ं के छा के साथ एमएससी एव एमटेक के छा पा थे। ं भारत भर से 366 छा ने काय म के िलएआवदने िदए थे। उनम सेचालीसछा का चयन िकया गया। काय म का सम वयनआईआईटी हदैराबाद के डॉ. मयख पहारी ू के साथ-साथ डॉ. सौरदीप भ ाचाय, डॉ. चयन मडल, ं डॉ. मघेा आनद, डॉ प पक पाडये और ो. रजीव िम ा ्ंुंं आयका, पण,े ारा िकया गया। आईआईटी हदैराबाद म ुु न ए ोनॉमी लब के 13 एमएससी एव बीटेक के ं छा थानीय आयोजन सिमित के िह सा थे, िज ह ने भावी सम वयन म सहायता क । काय म तत िकया। काय म के पहले िदवस के ु या यान म खगोलिव ान क मलभत सक पनाओ ूूंं का प रचय एव सय का प रचय, िवषय शािमल थे। इनके ंू बाद तारक य िमक िवकास एव सौर खगोल िव ान पर ं ायोिगक स शािमल थे। ो. शातन दसेाई, आईआईटी ंु हदैराबाद, ने nanoHz बारबारता यव था म ग वीय ंु तरग पर िवशषे या यान कायशाला के पहले िदन ं िदया। कायशाला के दसरे िदन क कायवाही क श आत ुू आकाशगगाए ँऔर उनका िमक िवकास, साि यक य ंं अनमान से प रचय और प सर एव क ण िववर ृुं खगोलिव ान से प रचयआिद िवषय पर या यान के साथ से हई। ायोिगक स म आकाशगगाए ँएव ंं साि यक य अनमान पर स शािमल थे। दसरे िदन, ो. ंुू गलाब दवेागन, आयका ारा डेटा-ि वन, हाई-एनज ुंु पेस-बे ड ए ोनॉमी िवषय पर िवशषे स या या यान ं िदया गया। िव िव ालय छापरा, िबहार, ने सौर वातावरण म चबक य े के मापन के िलए वणमापन से प रचय ंुु करवाया। प वी राज िसह, इलाहबाद िव िव ालय, ने ृं िविभ न डेटा ोत के डेटा अन पता एव डेटा स िहता ुंं के बारे म बात क । उ ह ने िविभ न प ितय एव ं सॉ टवेयर (MATLAB एड Origin) का उपयोग ं करते हए िव तत प से डेटा िवे षण दान िकया। ृ उ ह ने ओ रिजन सॉ टवेयर और छा ारा योग क गई कछ तकनीक के साथ िवे िषत डेटा भी दान ु िकया, वै ािनक डेटा िवे षण क प ित को दिशत िकया एवकछ प रणाम िदखाए।ंुं कायशाला केअितम िदवस क श आत सोलर इरि टव ंु िफनोिमनॉ के बह-तरगदै य अ वेषण के आधार पर ं तकनीक स के साथ हई। उप कमार िसह खशवाह ने ुंु ारिभक काल से आधिनक समय तक के सय के ंुू अवलोकन को िव तत प से प िकया। डॉ. खशवाह ृु ने कहा िक आर. कै रगटन ने 01 िसतबर 1859 को ंं (लगभग 162 वष पहले क बात ह)ै पहली सौर वालाओ का अवलोकन िकया था और 02 िसतबर ंं 2023 को आिद य एल1 वालाओका िव तत प से ृं अ ययनकरनेके िलए ेिपत िकया गया । क ण कमार पाडये, बाप इटरमीिडएट कॉलेज, सादात, ृ्ुंूं गाज़ीपर, ने सौर च के दौरान गनेिवशवे गैप के िमक ु िवकास पर या यान िदया । डॉ. पाडये ने सौर गितिविध ्ं एव सौर च के दीघकािलक यवहार को तत ंु िकया । डॉ. पाडये ने प िकया िक सौर गितिविध का ्ं च 11 वष का होता ह ैऔर इस बात को उ ह ने बटर लाय आकित का उपयोग करके तत िकया । ृु बेचन शमा, अिध ाता, फॅक टी ऑफ साइस, ने ं कायशाला के समापन स क अ य ता िनभाई । िनशात िसह, आयका पण,े स माननीय अितिथ थे । ंंुु िवनोद काश ने अपनी उपि थित से समारोह म चार चाँद लगा िदए । कई यात व ाओ एव कायशाला ंं के छा ने कायशाला के साथ के उनके अनभव को ु साझा िकया । कायशाला केअत म ितभागी माणप ं को िवत रत िकया गया । उप खशवाह, इलाहबाद ु िव िव ालय, नेकायशाला का सचालन िकया ।ं इसिलए सय का अ ययन अ यिधक रोमाचक बात ह ैूं य िकसय येकसौर च म िविभ न यवहार दिशत ू करता ह।ै | 16 A§H$ 131 - OZdar 2024 | IJmob | KHAGOL

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