Khagol # 130 - Jan - Jul 2023 - Eng & Hindi
UKZN, DUT एव MUT, डरबन के अलावा िद ली/एनसीआर के िविभ न िव िव ालय के सकाय सद य उपि थत थे। स मलेन म 40 ितभागी सि मिलत हए िजसम ंं दि णअ का के दसस िति तआगतकशािमलथे। ISAWA-2023 नेखगोलभौितक म नव वतकअनसाधानकेआदान दान एव मह वपणसहयोिगता को बढ़ावा दनेेके ुंुुंंू िलए मच दान िकया। आयोजक ने सभी ितभािगय का उनके योगदान के िलए बहत-बहत ध यवाद िदया और भिव य म खगोलभौितक म िकए जाने वाले यास के िलए ं उ सकता िदखाई। कायशाला को आईकाड एवजािमया िम ला इ लािमया ारा सहयोग ा हआ।ुं सटर फॉर कॉ मोलॉजी, ए ोिफिज स एड पेस साइस ंं (सीसीएएसएस), जीएलए िव िव ालय, मथरा, उ र ु दशे म 20-22 जलाई 2023 के दौरान पायथॉन ु ो ािमग इन ए ोनॉमी, ए ोिफिज स एड ंं कॉ मोलॉजी पर तीन िदवसीय कायशाला का आयोजन िकया गया।इस कायशाला काआयोजन , आयका, पण ेुु क ायोजकता म आईकाड काय म के तहत िकया गया। इसम पाँच पव नातक तथा नातको र छा , ू प चीस पीएचडी िव ान और पाँच पो ट डॉ टोरल अ येता एव सकाय सद य ऐसे कल िमलकार 35 ंंु ितभागी सि मिलत हए। कायशाला का आयोजन खगोलीय डेटा के िवे षण क योजना के साथ खगोलिव ान, खगोलभौितक एव ाडिव ान म ंं काम करने का पव अनभव होने वाले नातक एव ूुं नातको र छा , स था के तथा अ य स थान के ंं अनसधान िव ान तथा सकाय सद य के िलए अिभे त ुंं था । कायशाला के िलए ितभािगय क स या 35 तक ं सीिमत थी। बाहरी ितभािगय के िलए िन:श क ु आवासीय एव भोजनक यव था क गई थी।ं खगोलिव ान, खगोलभौितक एव ाडिव ान म पायथॉन ो ािमग पर कायशाला ंंं कायशाला म खगोल के िलए पायथॉन का प रचय/ पैकेजस का अिध ापन एव उसे समझना, कोर पॅकेजस- ं NumPy, iPython, SciPy, रड ग एड राइिटग ंं फाइ स, िफिटग एड मॉडिलग 1-d एड2-d dat, VO ंंंं एड ऑनलाइन ए ोनॉमी/ माक व चनै मॉ टे कल ं मथेड, िवषयशािमलथे। इस कायशाला का उे य िविभ न कार के उन लोग को एकि त लाना था जो खगोलिव ान के सभी प के सदभ म पायथॉन पैकेजस का उपयोग करते ह, उसे ं िवकिसत करते ह या लोग को उसके बारे म िसखाते ह। ो. सिजत िम ा, आयका, पण े( ऑनलाइन ंुु ततीकरण) ने ऑनलाइन मोड म म य भाषण िदया। ुु कायशाला म ो. एस.एन.हसन एड डॉ. ि या हसन ं (एमएएनय, िव िव ालय,हदैराबाद),डॉ. ए. राणा (सट ू टीफ स कॉलेज, िद ली) और डॉ. डी.के.िबनीवाल (िद ली िव िव ालय) सकाय उपि थित थे। उ ाटन ं समारोह क म य अितिथ ो. फा गनी ग ा, जीएलए ुुु िव िव ालय, कलपित थी।ु कायशाला म ततीकरण, टयटो रय स, ु्ु अनकॉ फर स एव ि टस का समावेश था। पायथॉन के ्ंं खगोलीय उपयोगके चार ओर समदायका िनमाणकरने ु के साथ-साथ कायशाला का उे य पायथॉन, पैकेजस के बीच सहयोिगता तथा पार पा रकता बढ़ाने के िलए पायथॉन पैकेजस और तकनीक क जानकारी दान करना था। कायशाला का आयोजन ो. सैबल राय और डॉ. आशतोष िसह ( सटर फॉर कॉ मोलॉजी, ुं ए ोिफिज स एड पेस साइस ( सीसीएएसएस) , ंं जीएलए िव िव ालय, मथरा), ने िकया।ु इसने पायथॉन पैकेजस के उपयोगकताओ एव ंं िनमाणकताओ के िलए िश ण तथा शिै क साम ी ं भी दान क । िवशषे , िति त स थान म कायररत ं स िस सकाय सद य थे और अ यापन कौशल म ुं अनभवी थे। इस कायशाला को जानकारी को अिधक ु कशलता से से िषत करने और खगोल िव ान, खगोल ुं भौितक और ाड िव ान म इन अनसधान उपकरण ंुं के य और अन योग को स म करने के िलए ु अि तीय ि कोणके साथ िवकिसत िकया गया था। िहमालयन मीटऑफए ोनॉमस ‘िहमालयन मीट ऑफ ए ोनॉमस' का आयोजन 25 से लेकर 2 6 िसतबर, 2 0 2 3 के दौरान इ लािमक ं यिनविसटी ऑफ साइस एड टे नॉलजी, अवतीपरा ूंंंु पलवामा (आईयएसटी), क मीर म िकया गया था। इसम ुू उ री भारत के िविभ न अनसधान स थाओ एव ुंंंं िव िव ालय के अनसधानकताओ, खगोलिव एव ुंंं तारा- भौितकिवद को खगोलभौितक के िविभ न पहलओ के गहन शोधन तथा इन स थान एव ुंंं िव िव ालय म सबिधत िवषय क वतमान ि थित के ंं बारे म चचा करने एकि त लाया गया। स मलेन को सिनयोिजत प से छह स म आयोिजत िकया गया, ु येकस िविश ािडय ि थित एव घटना पर कि त ंं था जैसे िक लेजस, ए स-रे बाइनरीज, खगोलभौितक म एआई एड एमएल, और आकाशगगाए।ँ इन सभी ंं स थान से आए लगभग 60 से भी अिधक ितभागी ं थम स लेजर I पर था, िजसक अ य ता ो.रजीव ं िम ा ने िनभाई। स म स ल यिनविसटी ऑफ क मीर ू सीयके के जहीर अहमद शाह ने " अड टिडग ॉडबड ूंं इिमश ॉम लेजस," िवषय पर ततीकरण िदया। ु एआरआईईएस नैनीताल के िविनत िधमन ने ल स एव वण म मह वपण प रवतनशीलता को िदखाते हए ंू TeV Blazar PG 1553+113 क म टी-बड इस बैठकमशािमलहए। A§H$ 130 - OZdar, Aà¡b Am¡a OwbmB© 2023 | 21 | IJmob | KHAGOL
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