Khagol # 130 - Jan - Jul 2023 - Eng & Hindi

आयका, पण ेके सहयोग से गिणत िवभाग, राज थान ुु क ीय िव िव ालय, अजमरे (भारत) ने सेलेि टयल मकैेिन स एड डाइनैिमकल ए ोनॉमी म अनसधान ंुं क रअर करने के िलए उ सक छा को ो सािहत करने ु के उे य से 06-08 जनवरी 2023 के दौरान तीन िदवसीय " इटरनैशनल वकशॉप ऑन सेलेि टयल ं मकैेिन स एड डाइनैिमकल ए ोनॉमी"(IWCMDA ं 2023) काआयोजन िकया। कायशाला का म य उे य ु वा तिवक दिनया क सम या के सदभ म सेलेि टयल ंु मकैेिन स एव डाइनैिमकल ए ोनॉमी के िविभ न ं पहलओ के बारे म उसके वतमान िवचारधाराओ के ुंं साथ मल िस ात को दान करना था तािक ूं ितभागी खगोलिव ान, गितशील खगोलिव ान, खगोलभौितक , सेलेि टयल मकैेिन स, रसायनिव ान, भौितक , मकैेिन स, क यटर साइस आिद के ंुं वा तववादी ितमान पर उनके क पनाओ ं को कायाि वत कर सके। इसके अित र , सेिलि टयल मैकेिन स एड डाइनैिमकल ए ोनॉमी पर अतरा ीय कायशाला (IWCMDA-2023)ंं दशे के िविभ न 27 रा य म से ा 155 आवेदन म से कल 45 ितभािगय को इस काय म का िह सा बनने ु स िति त अनसधानकताओ एव यवा उदीयमान ुुंंंु अनसधानकताओ, दोन को एक दसरे के साथ अपनी-ुंंू अपनी अनसधान सम याओ के बारे म चचा करने ुंं के िलए मच दान कराना, िजससे नए अनसधान ंुं सहयोिगता का िनमाण हो सके या परानी सहयोिगता म ु अिधकसधार हो सके।ु का अवसर ा हआ। इसके अित र , सीयआरजे के ू 15 ितभािगय को काय म के िवषय म उनक िचके अनसार पहले आओ पहले पाओ आधार पर शािमल ु िकया गया। तीन िदवसीय कायशाला के दौरान, कल ु िमलाकर 1-1 घटे के 16 या यान, डेढ़ घटे का पर पर ंं सवादा मक स और ितभािगय के ततीकरण के ंु स का सचालन िकया गया।ं आयका, पण ेके सहयोग से भौितक िवभाग, मार थोमा ुु कॉलेज, चगथारा ने 06-08 िदसबर 2022 के दौरान ंुं प रचया मक खगोलिव ान तथा खगोलभौितक पर तीन िदवसीय खगोलिव ान म मिहला, कायशाला का आयोजन िकया। कायशाला म केरल, तिमलनाड एव ुं कनाटक क 42 मिहला ितभागी सि मिलत हई थ । स का सचालन ो. अ नपण स म यम ंुु ( आईआईए) , ो. इदलेखा के. ( एम. जी. ंु िव िव ालय) , ो. स रता िवग (आईआईएसटी, ि व म), डॉ. मौसमी दास(आईआईए), डॉ. जे सी जोस ु (आईआईएसटी, ित पित) , डॉ. ीजा ए. काथा (ि ट, बगलोर), डॉ. नयना ए.ज.े (आईआईए), डॉ. या के. (कािलकट िव िव ालय) एव डॉ. िमन जॉय ंु (अ फो सा महािव ालय, पाला, केरल) ारा िकया गया। ितभािगय को कायशाला के दसरे िदवस पर ू आकाशदशन काय म का आयोजन करके आकाश का अ वेषण करने का अवसर ा हआ। इस स का सचालन डॉ. िनजो वािगस (एसएच कॉलेज, चलाकडी) ंु और डॉ. थारनाथ आर (एि वनस कॉलेज, कोची) ारा िकया गया। इस काय म का म य उे य े क ु लड़िकय के मन म खगोलिव ान और खगोलभौितक िवषय क िच को बढ़ावा दनेा और अिधक से अिधक मिहला खगोल को आगे लाना था। ितभािगय को खगोलिव ान के मलत व, भ एव अत र आधा रत ूूंं वेधशालाए,ँ तार एव तारक यखगोलभौितक , नजदीक ं के ाड म आकाशगगाए ँऔर उनका िनमाण, रेिडयो ंं खगोलिव ानऔर ाडिव ानआिद े म अ वेषण ं करने का अवसर ा हआ। ो. अ नपण स म यम ूु मिहला छा के िलए खगोलिव ान एव खगोलभौितक पर प रचया मक कायशालां ारा अत र एव भिम से खगोलभौितक एव ंंूं खगोलिव ान े ण के मलत व को प रिचत कराया ू गया। तदप ात ो. स रता िवग ारा तार का िनमाण एव ्ं टार ल टर को प िकया गया। डॉ. मौसमी दास ारा ु नजदीक ाडक आकाशगगाए,ँ िवषय पर या यान ंं िदया गया। तथा ो. इदलेखा ारा आकाशगगाओ का ंंंु िनमाण इस िवषय पर चचा क गई। डॉ. ीजा एस. काथा ने आकाशगगा का िमक िवकास तथा खगोलिव ान ं म िविभ न े णा मक तकनीक पर िववेचन तत ु िकया। ससचन प ितय के साथ ए जो लैनेटस के ्ंू िवषय पर डॉ. जे सी जोस ारा या यान िदया गया। डॉ. ए.जे.नयना ारा रेिडयो खगोलिव ान तकनीक से प रचय कराया गया और डॉ. िमन जॉय ारा ू ाडिव ान के मलत व पर चचा क गई। डॉ. य के. ंू ारा यि लओिसथेिसस क ि या को प िकया ुं गया। कायशाला म िवशषे एव यवा ितभािगय के ंु बीच िविभ न िवषय पर काफ हद तक सवादा मक ं वातालाप हआ। कायशाला का सम वयन डॉ अ न ु जेकोब (आयका) और शील अ ाहम (मार थोमा ुू कॉलेज, चगथरा) ारा िकया गया।ंु A§H$ 130 - OZdar, Aà¡b Am¡a OwbmB© 2023 | 17 | IJmob | KHAGOL

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