Khagol # 130 - Jan - Jul 2023 - Eng & Hindi
भारत भर क उ चशिै कस थान केलगभग तीस ितभागी सि मिलत हए। ं या यान म मलभत सरचना एव मागत िवकास का प रचय , सय, सघन व तए,ँ आकाशगगाए,ँ गागेय गितक , सि य गागेय नािभकऔर जेटस, ग वीय लेि सग, ए स-रे ूूंंूुंंं्ु खगोलिव ान, यडस एव लाजमा, सापे ता का सामा य िस ात और ाडिव ान, सरचना िनमाण, फोटोमे ी और पे ो कोपी के साथ-साथ हाल क उ नित सिहत ु्ंंंं सबिधत े के मलभत िवषय क िव तत खला को शािमल िकया गया था। बाद के या यान म ग वीय तरगखगोलिव ानऔर लाइगो, मशीन लिनग, वाटम लॉ सऔर ृृंंुूंुंं थट मीटर टेली कोप, लाइगो,आिद य-एल1 तथा वेअर िकलोमीटर ॲरेआिद के रोमाचक े को शािमल िकया गया।ं कोस समा होने के बाद ऑनलाइन ो री का आयोजन िकया गया एव सतोषजनक काय दशन करने वाले सभी ितभािगय को सहभािगता माणप िदया गया। पन या ंंु पाठय मका सम वयन ो. वैदहेी पािलया एव एसीई टीम,आयका ारा िकया गया।्ुं ए ोनॉमी-थी ड ए सपे रमे ट पर कायशाला आयका म 8 से 12 अग त 2023 के दौरान पव नातक ुू एव नातको र तर पर अ यापन के िलए अ वषणे, ं िनमाण एव खगोलिव ान क सक पनाओ पर ंंं आधा रत योगशाला म िकए जाने वाले योग को साझा करने म िच रखने वाले महािव ालय एव ं िव िव ालय के सकाय सद य के िलए ए ोनॉमी-ं थी ड ए सपे रमे टस पर कायशाला काआयोजन िकया ् गया। इसका दीघकािलक उे य िविभ न िवषय को शािमल करते हए खगोलिव ान- िवषय पर आधा रत योगशालाओ क ओपन-सोस रपॉिजटरी िनमाण ं करना था। कायशाला म दजन स थनाओसे भी अिधक ंं स थान के लगभग 30 ितभािगय ने योग क ं यापक खला तत क । अशोका िव िव ालय म ृंु दीपाकर भ ाचाय एव उनक टीम ारा पव नातक तर ंंू खगोलिव ान, ग वीय तरगेऔर सय एव तारे सिहत ुंूं रेिडयो-खगोलिव ान से सबिधत कई योग शािमल ंं करके अिभलेखीय डेटा का उपयोग करते हए काशक य डेटा िवे षण सिहत यापक प से योग क खला को शािमल िकया गया था। कई योग का ृं लेखन भी िकया गया ह ैऔर ज द ही उ ह रपॉिजटरी म उपल धकराया जाएगा। कायशाला काआयोजन एसीई आयका टीम ारा िकया गया। ु पर िवकिसत क गई योग क रचना मक खला के ृं साथकायशाला क श आतक गई । ु कायशाला म GAIA, य ल एटोिमक हाइ ोजन के ुे ण से आकाशगगा के घणन व का िनधारण तथा ंू प सर डेटा का िवे षण, तारक य डेटा िवे षण, धमकेत सबधी डेटा और खगोलिमित, टेल रयम-ुूंं सबिधत योग, ग वीय लेि सग, गामा रे ंंु ाड म भौितक पैमान के बारे म प एव आसान ंं तरीके से समझाया, जबिक जमीर मनर (आयका) ने ुु मनोरजक खगोलिव ान-सक पना पर आधा रत योग ंं तत िकए। हाल ही म िकया गया नैनो हटज ग वीय ु्ु तरगे एव प सस क उ जेक खोज को उसके ंं अ वेषणकताओ म से एक अ वेषणकता भालच ंं जोशी (एनसीआरए-टीआईएफआर) ारा पेश िकया गया। अन ीता मोरे (आयका) ारा ग वीय लेि सग के ुुु कारण आकाश म िनमाण होने वाली छिवय को खबसरत तरीके से विणत िकया गया। कायशाला का ुू समापन बा जे सैिकया (आयका) ारा हमारा घर, ुु हमारी आकाशगगा और ाड म हमारा थान इस ंं िवषय पर ततीकरण एव चचा के साथ हआ। ुं कायशाला म नारायण गाँव के पास ि थत जाएट ं मीटरवेव रेिडयो टेली कोप को भट दनेा शािमल था। जहाँ शबद जोआरदार, कौशल बच एव अ य ुुंु सहयोिगय ने दरबीन एव उसके ारा िकए जाने वाले ंू काय का वणन िकया। िवशषे सिहत पचास ितभािगय के इस कायशाला का आयोजन एमएसएफडीए के अपवा बव और अजय पडवी एव ू्ं आयका एसीई टीम ारा िकया गया।ु एमएसएफडीए पण ेम महारा टेट फैक टी ु िडवलपमे ट अकादमी (एमएसएफडीए) और िश क हते खगोलिव ान क ारा 6 से 8 िसतबर के दौरान ुं खगोलिव ान, िव ान और समाज इस सक पना पर ं आधा रत कायशाला का आयोजन िकया गया। महारा के छोटो गाँव म अ सर आयोिजत क जाने वाली इन कायशालाओ के उे य होते ह िक िविभ न ंे के सकाय सद य के मन म खगोलिव ान एव ंं खगोलिव ान, िव ानऔर समाज िव ान के ित उ जेना िनमाण करना और िव ान तथा समाज से सबिधत म य म पर चचा करना जैसे िक ंंुु सवसमावेश तथा गैर-भदेभाव। इस कायशाला के दौरान मोद काले ( इसरो और सािव ीबाई फले पण ेुु िव िव ालय) ने भारतीय अत र काय म के ं इितहास को विणत िकया और हाल ही के चा यान ं िमशन के बारे म चचा क , जबिक दगश ि पाठी ु (आयका) ने सयऔर आिद य एल-1 िमशन के उ साह ुू को तत िकया। काश अ मगासामी (आयका) ने ुुु A§H$ 130 - OZdar, Aà¡b Am¡a OwbmB© 2023 | 13 | IJmob | KHAGOL
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