Khagol # 130 - Jan - Jul 2023 - Eng & Hindi

िवषय-सची.... ू चौतीसवाँ थापना िदवस या यान 1 िबि डग ए स टैनेबल यचर: ंु कॉ ले स ो ले स इन सच ऑफ ैमैिटक इनोवेश स चौतीसवाँ थापना िदवस या यान आयका प रसर म नए भवन ु के िलए भिम पजन समारोहूू 2 अिभवादन.... 2 to 4 औपचा रक वातालाप एव सगोि याँंं 5 to 6 पव काय म का ू ितवेदन 7 to 10 पर कारु 5 वि त 5 अ यागत 23 to 24 िश क हते ु खगोलिव ान क 11 to 13े तम सावजिनक गितिविधयाँ 14 to 22 या यान का समापन दशक से हए य प से वातालाप के साथ YouTube पर ऑनलाइन प से पछे गए के ू उ र व ा से ा करनेके साथ हआ। रकॉड िकया गया या यान िन निलिखत यटयब िलकपर उपल ध ह:ै ू्ूं https://www.youtube.com/live/apabU_5_Nug?feature=share Ì¡_m{gH n{ÌH m ([dœ[dÚmc` AZwXmZ Am`moJ H$m ñdm`Îm g§ñWmZ) A§Va-{díd{dÚmb` H| Ð : IJmob{dkmZ Am¡a IJmob^m¡{VH s ISSN 0972-7647 IJmob OZdar, Aà¡b Am¡a OwbmB© 2023 A§H$ 130 h‘o¨ h‘mao ’o$g~wH$ n¥ð> na ’$m°bmo H$ao¨ : Inter-University Centre for Astronomy and Astrophysics ¶hm± http://publication.iucaa.in/index.php/khagol na Am°ZbmBZ CnbãY h¡ & g§nmXH$ : Xrnm§OZ _wIOu (dipanjan@iucaa.in ) ghm¶H$ g§nmXH$ : {Zê$n‘m ~mdSo H$a nub@iucaa.in AZwdmXH$ : àkm Toao (pradnya.dhere@iucaa.in) उ ह सहि याशील प से हल करना अ यिधक किठन होता ह,ै उन चनौितय को िनकट के भिव य म हल करना ु असभव सा ह। उ ह ने कहा िक हालाँिक येक यि ं अपने अि त व को वीकार करता ह ैऔर अपने िवचार से सहमत होता ह,ै िफर भी इन मामल क ओर उिचत प से यान दनेा और आव यक पैमाने पर कायवाही करना ज़ री ह।ै ऊजा या व छ ऊजा क ि से प र य को िच हािकत ं करते हए ो. ओगले ने प िकया िक िकस कार ऊजा या बि क व छऊजा के उपयोगक िदशा म िवकासशील एव ं तेजी से बढ़ते कदम दीघकािलक सधारणीयता के सदभ म ंं हम िजन सम याओ का सामना करना पड़ सकता ह,ै उन ं सभी सम याओको तो नह लेिकन उनम सेकछसम याओ ंुं को तो कम कर सकते ह। उनके मतानसार िव ान, तकनीक , ु एव सामािजक िव ान जैसे सभी े म नवो मषे इस सदभ ंं म मह वपण ह, हालाँिक उ ह यथाथवाद एव यावहा रकता ूं के े म होना चािहए। इस रोचक या यान म कई ऐसे उदाहरण थे िजनके साथ े क जड़ सके। व ा ने सौर िवलवणीकरण, जल ु श ीकरण,ऊजा भडारण और काश यव था, सोलर ुं से स, बैटरीज, काबन डायऑ साइड का घटाव और व छ इधन जैसी चल रही प रयोजनाओ का िववरण ंं तत िकया िजन पर वेऔर उनक टीमकाम रही थ । ु ये तीन िवषय िवल ण ढग से अपने म जिटल तरीक से ं सामािजक ताने-बाने के सभी घटक समािहत करते ह, िजसके फल व प बड़ी-बड़ी चनौितय का िनमाण होता ह,ै ु ोफेसर ओगले ने अपने या यान म इस बात पर जोर िदया िक इस ह पर स यता क दीघकािलक ि थरता के िलए ऊजा, पयावरण एव वा य के य िनिहताथ को दखेते ं हए इस समय सपण िव म ऊजा, पयावरण एव वा य ंूं अ यिधक िचताजनक िवषय ह। तीन िवषय न केवल बहत ं जिटल तरीक से एक-दसरे से बध ेहए ह, बि क उनक ंू िवशषेताओ और सयोजकता के सदभ म ताि वक प से ंंं वैि क िवशषेता भी रखते ह। आयका का 34 वाँ थापना िदवस या यान ग वार, 29 ुु िदसबर,2022को ोफेसर सितशच बी.ओगले, िनदशेक, ंं सतत ऊजा के िलए अनसधान स थान (आरआईएसई), ुंं टीसीजी- सीआरईएसटी, कोलकाता एव स माननीय ं ोफेसर एमे रटस,आईआईएसईआर, पण,े ारा िदया गया।ु A§H$ 130 - OZdar, Aà¡b Am¡a OwbmB© 2023 | 01 | IJmob | KHAGOL

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