Khagol- 134 (Oct 2024) - HIN
ितिबबन दरबीन (एसयआईटी) ऑनबोड आिद य-ंूू एल1 िमशन एव ग वाकषण, िव तचबक व, ंुुंु ीण एव बल अ यो यि याओ जैसी असाधारण ंं प रि थितय म य क सरचना का अ ययन करने के ं िलए अि तीय योगशाला दान करने वाली सहत ं िसतार क भौितक क वै ािनकजानकारी को अिधक सकर बनाने म मह वपण भिमका िनभाई। उनक ुूू गणिवशषेताओ को समझना तारा-भौितकिवद और ुं् मौिलक भौितक िव ानी दोन के िलए धानतम था। कायशाला के िलए दशेभर के एक सौ तीस ितभािगय ने पजीकरण िकया था। उनम से न बे पव नातक एव ंूं नातको र, प ह अनसधान िव ान और आमि त ंुंं या यान को शािमलकरते हए प चीससकाय थे।ं आर. ीआनद (िनदशेक, आयका) ने डी.टी िशक ंु (सम कलपित), पी.एस. पािटल (कलपित) और ुु आर. जी. सोनकवडे ( ोफेसर एव मख, भौितक ंु िवभाग) क उपि थित म कायशाला का उ ाटन िकया। उ ाटन स के बाद, आर. ीआनद ने (आयका) ंु खगोलिव ान और खगोलभौितक म िवकास, इस िवषय पर आमि त या यान िदया, िजसके बाद सजीत ंं िम ा ( आयका) ने िवशषे सापे ता एव सामा य ुं सापे ता का िस ात िवषय पर दो या यान िदए। ं कायशाला के पहले िदन का समापन बी. मखोपा याय ु ( आईआईएससी, बगलोर) ारा " लैक हो स: अ शन, जेट एडआइडिटिफकेशन" िवषय पर िदए गए ं या यान के साथ हआ। कायशाला के दसरे िदन का ू आरभ एस. वी. धरधर ( आयका) ार िदए गए ंुंु "ै िवटेशनल वे ज: ॲनओवर य" नामक या यान के ू साथ हआ, िजसके बाद ए.एन. राम काश (आयका) ु ारा ' ए ोनॉिमकल टेली को स एड इ मटेशन ' एव ' ंंं सोलर अ ावाइलेट इमिेजग टेली कोप ऑनबोड ं आिद य एल- 1 ' नामक दो या यान िदए गए। आईआईजी-को हापर रडार सटर तथा प हाळा पेस ू सटर ऑफ िशवाजी यिनविसटी के दौरे का आयोजन ु िदन के दसरे भाग म िकया गया। इस दौरे के दौरान, ू ए. एन. राम काश ने सीसीडी- बे ड म टीवेवले थ एअर लो फोटोमीटर (सीएमएपी), पीआरएल एअर लो इ ोरड पे ो ाफ (पै रस) एव म टीवेवले थ इमिेजग ंं पे ो ाफ (एमआईएसई) नामक तीन य ीकरण का ं उपयोग करके ऊपरी वायमडल िवे षण म सधार करने ुंु के िलए िविभ न माग के बारे म सलाह दी और ऑि सजन, नाइ ोजन तथा हाइ ो साइल आय स क िविभ न उ सजन रेखाओ का अ ययन करने के िलए ं य ीकरण म योग िकए जाने वाले िफ टर को सदिभत ंं िकया। भौितक िवभाग, प हाळा अत र क क ं सिवधाओम वि लाने के िलए सहायता हते आयका, ृुंुु पण ेके साथ अपने पार पा रक िवचार- िवमश को ु अिधकबढ़ानेक िदशा मकायकरेगा। समापन िदन, 15 िसतबर 2024 को एस.वी.धरधर ारा ' ंुंै िवटेशनल वे ज:ॲनओवर य-II' एव हाऊ द लाइगो-ूं इिडया कोलैबोरेशन टाटड' िवषय पर दोन या यान ं िदए गए। इन या यान के बाद सजीत िम ा (आयका) ंु ारा ' यचरऑफ ैिवटेशनलवे ज ' िवषय पर तथा बी. ु मखोपा याय (आईआईएससी) ारा ' मिैसव वाइट ु डवाफ एड य ॉन टास ' िवषय पर या यान िदया गया। ्ुं शिै क काय म का समापन सजीत िम ा (आयका) ंु ारा िदए गए ' यचर ऑफ ैिवटेशनल वे ज' नामक ु या यान के साथ हआ। कायशाला के बारे म ितपि ु जमा करने के िलए ितभािगय से अनरोध िकया। ु समापन समारोह म या 3.30 बजे आयोिजत िकया गया और ितभािगय ने सकारा मक ितपि दान ु क । कायशाला ने अम य शिै क मच दान िकया, ूं िजसने छा तथा अपने कै रयर का ारभ करने वाले ं अनसधानकताओ क मह वका ाओ को ेरणा दी, ुंंंं उससे वै ािनक क अगली पीढ़ी िवकिसत हई। कायशाला ने ितभािगय को िव तत ान तथा ृ तकनीक कौशल के साथ सि जत बनाया । CIAA- 2024 कायशाला क मख िवशषेता यह थी िक छा ु तथा अनसधानकताओको सबिधत े के िवशषे के ुंंंं साथ य प से िवचार िवमश करने का अवसर ा हआ। कायशाला का सचालन िसबा साद दास ं (िशवाजी िव िव ालय) और सजीत िम ा (आयका) ंु ारा िकया गया था। दो िदवसीय िहमालयन मीट ऑफ ए ोनॉमस का आयोजन क मीर िव िव ालय, आईकाड क , भौितक एव ए ोनॉिमकल साइसेज िवभाग ंं (डीपीएएस), िहमाचल दशे क ीय िव िव ालय (सीयएचपी) एव आयका, पण ेारा िहमाचल दशे ूंुु (सीयएचपी), धमशाला म 14-15 िसतबर 2024 के ूं दसरी िहमालयन मीट ऑफ ए ोनॉमस (HMA) 2024ू 1. पीएचडी छा , पो ट डॉ टोरल अथवा हाल ही म शािमल हए यवा सकाय अनसधानकताओ को ुंुंं अपने वतमानीय अनसधान प रयोजनाओ को ुंं बैठककेआयोजनके उे य: दौरान िकया गया। 2. चल रह ेअनसधान के भाव तथा गणव ा को ुंु बढ़ाने के िलए व र खगोल से ितपि तथा ु मागदशन ा करना तत करने तथा उन पर चचा करने के िलए मच ुं दान करना | IJmob | KHAGOL | 07 A§H$ 134 - A³Qy ~a 2024
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