Khagol- 134 (Oct 2024) - HIN
लेजार एड रे टलेस ॲि टव गैलेि टक यि लआई पर स मेलन (COBRA): ंु ए हाई एनज यू उ ाटन स म, व ाओ ने दो शता दी पराने ेिसड सी ंु िव िव ालय (पहले के ेिसड सी कॉलेज एड िहद ंंु कॉलेज) क महान परपरा को िच हािकत िकया जहाँ से ंं भारतीय िव ान एव वै ािनक क कई पीिढ़याँ नातक ं हई। वष 2022 म थािपत कलऑफ ए ोिफिज स म ू खगोलभौितक िवषय म चलाए जाने वाले एम.एससी काय म का सदभ दतेे हए व ाओ ने इस बात पर ंं जोर िदया िक पव य भारत म खगोलभौितक एव ूं ाडिव ान म अनसधान करने वाला केवल यही एक ंुं क ह।ै इस सदभ म व ाओने भारतीय िव िव ालय ंं म खगोलिव ान तथा खगोलभौितक म अ यापन एव ंे िसड सी िव िव ालय (पीय) कोलकाता म 24-26 ू जलाई 2024 के दौरान " लेजार एड रे टलेस ॲि टव ुं गैलेि टक यि लआई पर स मलेन (COBRA): ु ए हाई एनज य" का आयोजन िकया गया। ेिसड सी ू िव िव ालय, कोलकाता म ि थत कल ऑफ ू ए ोिफिज स एव आयका, पण ेने स मलेन का ंुु आयोजन िकया था। आयका ने बोड ऑफ रसच इन ु यि लअर साइसेज (BRNS) के साथ िव ीय सहयोग ुं दान िकया। इस स मलेन म दशेभर क िविभ न स थान से लगभग पचासी ितभागी सि मिलत हए थे। ं यह स मलेन एजीएन से होने वाले उ च ऊजा उ सजन िवषय पर वष 2014 से आयोिजत क जाने वाली रा तरीय ि वािषक स मलेन क खलाओ म से एक ृंं कड़ी था। पीएचडी िव ान एव पो ट डॉ टोरल ं अ येताओ को ततीकरण म योगदान दनेे और ंु अ येता ितभािगय के साथ अपने अनसधान के ुं प रणाम क चचा म िह सा लेने के िलए ेरत िकया गया। शकर बोस, नैचरल एड मथैेमिेटकल साइस, ंुंंे िसड सी िव िव ालय के पव अिध ाता एव रजीव ूंं िम ा, अिध ाता अ यागत शिै क काय म, आयका, ु ने स मलेनका उ ाटन िकया। अनसधान करने के िलए सहयोग दनेे के आयका के ुंु ल यके बारे म चचा क । तीन िदवसीय स मलेन म पाँच आमि त या यान, ं छ बीस कॉ ी यटेड या यान और येक पो टर पर ु तीन िमनट के लघ ततीकरण ( लैश टॉ स) के साथ ुु सात पो टर शािमल थे। ततकताओम सात एमएससी ुं छा , बीस पीएचडी िव ान, तीन पो ट-डॉ टोरल अ येता एव आठ सकाय सद य शािमल थे। इन तीन ंं िदन म बारह स क अ य ता सौ यदीप सामई ु (े िसड सी िव िव ालय, कोलकाता), वैदहेी पािलया ( आयका) , समीर मडल ( आईआईएसटी, ुं ित अनतपरम) , दबेाजन बोस ( क मीर क ीय ंुं िव िव ालय) , सािव ी एच. एझीकोड ( ि ट िव िव ालय, बगलोर) , सदर स यनारायणन ंु (बीएआरसी, मबई), सोमा मडल (गवनमट ग स ंुं जनरल िड ी कॉलेज, कोलकाता), जहीर अहमद शाह ( क मीर क ीय िव िव ालय, क मीर) , सचतेना ु चटज (े िसड सी िव िव ालय) एव रजीव िम ा ंं ( आयका) ने िनभाई। ततीकरण िव तचबक य ुुुंु पे म के लेजार के ेण पर क ीत थे, िजनम TeV एव GeV गामा िकरण, ए स-रे, काशीय एव रेिडयो ंं उ सजन तथा प रवतनशीलता एव पे मी ऊजा ं िवतरण के सबिधत सै दाितक ितमान, नॉन- लेजार ंंं एजीएन के बह-तरगदै य ेण के साथ साथ एजीएन से ं िनकलने वाले उ च ऊजा उ सजन के े ण के िलए चल रह ेएवआगामी य ीकरण यासशािमलथे। ंं आमि त या यान म से सागर गोडाबे (बीएआरसी, ंं मबई) ने एमएसीई के साथ एजीएन के अ यिधक उ च ंु ऊजा गामा- रे े ण क वतमान ि थित एव ं सभावनाओको विणत िकया, भागव वै (आईआईटी, ंं इदौर) ने एजीएन जेटस के साि यक य अन पण पर ्ुंं वै ािनक आयोजन सिमित म तीक मजमदार ु ( एसआईएनपी, कोलकाता) , वषा िचटणीस (टीआईएफआर, मबई), गलाब दवेागन (आयका), ंुुंु रजीव िम ा ( आयका) , सौमन मडल ( जादवपर ंुंु िव िव ालय, कोलकाता), वैदहेी पािलया (आयका), ु सदर सहायनाथन (बीएआरसी, मबई), अिमत श ला ंुंुु (आईआईटी, इदौर), सी.एस. टैिलन (आईआईए, ं बगलोर) और रताबन चटज (े िसड सी िव िव ालय, कोलकाता) शािमलथे। तीक मजमदार ु (एसआईएनपी, कोलकाता) सह-सम वयक थे और रताबन चटज (े िसड सी िव िव ालय, कोलकाता) स मलेन के सम वयक थे। स मलेन का सचालन वैदहेी ं पािलया (आयका) और रताबन चटज (े िसड सी ु िव िव ालय, कोलकाता) ने िकया। चचा क , पकजकशवाह (आईआईएसईआर, मोहाली) ंु ने बह तरगदै य क वतमान ि थित एव चनौितय , ंंु लेजार के यापक ि कोण के बारे म बात क ,दे बीजॉय भ ाचाय (एमसीएनएस, मिणपाल) ने ए ोसैट से परे जाकर एजीएन के ेण म यत: ए स-रे ु वण अ ययन और आगामी वाइड-िफ ड ए स-रे ु पे ो कोिपक िमशन के िलए परेखा आव यकताओ के बारे म बात क तथा सािव ी एच. ं एिझकोड (ि ट, बगलोर) ने गैर- लेजार एजीएन के ए स-रे ेण का सि िववरण दान िकया। समापन ं स म, रजीव िम ा ने नए प रणाम के साराश पर चचा ंं क और ततीकरण का िसहावलोकन िकया। उ ह ने ुं एमएससी छा , अनसधान िव ान, एव अपने कै रयर ुंं का ारभ करने वाले वै ािनक को खगोलिव ान और ं खगोलभौितक म अनसधान करने के बारे म सामा य ुं प से मागदशन दान िकया। ेि त डेटा और उसके ारिभक िववरण तथा िवे षण म अतिनिहत ंं आधारभत भौितक का अ वेषणकरने के मह व पर जोर ू दतेे हए उ ह ने कहा िक रा ीय तथा अतरा ीय ं सिवधाओ के िलए िनयिमत प से े ण ताव ुं िलखने और अ य भारतीय एजीएन वै ािनक के साथ पर पर सवाद थािपत करने के िलए सोशल मीिडया के ं मच पर समह क थापना करने क स कित का िवकास ृंूं करना आव यक था िजससे छोटी से छोटी तकनीक सम याओपर चचा क जा सके, जैसे िक डेटा िवे षण, ं सॉ टवेयर सम याओ का िनराकरण । आयोजक ने ं ितभािगय को ऑनलाइन के मा यम से अपनी बेनाम ितपि (फ डबैक) दान करनेका अनरोध िकया।ुु | IJmob | KHAGOL | 05 A§H$ 134 - A³Qy ~a 2024
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