Khagol Bulletin -133- HIN
कायशाला म िवशषे के प म शािमल हए टी. आर. शषेाि ( िद ली िव िव ालय) , ने ाडिव ान िवषय पर या यान िदया, आनद सेनग ा ंंु (आईआईटी, गाँधीनगर), ने ग वाकषण तरगे िवषय पर ुं या यान िदया, सािनल उ नीक णन (सट ि टफ स ृ कॉलेज, िद ली) ने सापे ता का सामा य िस ात िवषय ं पर या यान िदया, मोह मद स जाद अथर (अिलगढ़ मि लम िव िव ालय, अिलगढ़) ने िसथेिससऑफ द ुं एिलमे टस इन द टास िवषय पर या यान िदया।् कायशाला के पहले िदन सभी व ाओ ने अपने-अपने ं िवषय के प रचया मक या यान िदएऔर िफर शषे दो िदन म उन िवषय से सबिधत उ नत तरीय या यान ंं िदए। छा के मौिखक ततीकरण पर पण प से यान ुू क ीत करने वाले स का आयोजन िकया गया था। आखरी स खले , (ओपन वे न) खगोलभौितक ु एव ाडिव ान म क रयर बनाना और समापन भाषण ंं के साथ सप न हआ। कायशाला का सम वयन एम. ं शाहआलम ( इटे ल िव िव ालय, लखनऊ) एव ंं असीम पराजपे (आयका, पण)े ारा िकया गया।ंुु हाई-परफॉम स क यिटग इन साइसंुंं | 08 A§H$ 133 - OwbmB© 2024 | IJmob | KHAGOL
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