Khagol Bulletin -133- HIN

फोटो स ाड के रह य को सलझाने वाले म य सराग ंुुु ह। फोटो सक ऊजा िजतनी यादा होती ह,ै वो उतनी ही िवकट प रि थितय को बताती ह, जहाँ वे उ प न होते ह। अ यिधक ऊजावान फोटो स γ -िकरण फोटो स होते ह, उनक तरगदै य परमा वीय नािभक के यास से भी कम ं होती ह।ै प वी पर γ -िकरण नािभक य सलयन/िवखडन, ृंं तिडतऔर िवघटननािभक य ारा उ प न होते ह। ् γ - िकरण उ सजन खगोलीय व तओ क पहचान ुं ाड म γ -िकरण िविभ न खगोलीय पैमान पर हो रही ं िव फोटक घटनाओके सकेत का वहन करती ह। इसम ंं गागेय वातावरण म सपरनोवा अवशषे, प सर एव प सर ंुं पवन नेबले एव सि य गागेय नािभक (एजीएन) के साथ ुंं सब परागागेय सापेि कजेटसशािमलह।ै ्ंं करना, यह उ च-ऊजा खगोलभौितक म अ यिधक किठन अनसधान सम या ह।ै इसके अलावा, बह-ुं सदशेवाहक खगोलिव ान के आगमन के साथ, γ -ं िकरण ोत समदाय IceCube वेधशाला के साथ खोजे ु गए ाडीय यि न के िलए आशाजनक सभावना के ंुं प म उभरकरआई ह।ै सि य गागेय नािभक घिन प ं सेसरेिखत सापेि कजेटस, क मज़ेबानी करता ह,ै िज ह ्ं लेजस के नाम से भी जाना जाता ह।ै लेजर बहत अिधक γ -िकरण उ सजक होते ह। γ -िकरण बड म तार का िनमाणकरने वालीआकाशगगाए ँएव प सर क भी ंं खोज क गई ह।ै हालाँिक, नवीनतम िव तत-े ृ आकाशीय सव ण ारा दान िकए गए सवेदनशील, ं उ च-िवभदेी बहतरगदै य डेटा के कारण ही γ -िकरण ं उ सजन, नॉन-जेटेड ोत समदाय क पहचान करने क ु सभावना अिधकहोती ह।ैं िच 1 का दाया भाग SuperCOSMOS H α सव ण ारा ेि त "कैथरीन वील" दशाता ह।ै यह छिव तारा िनमाण के े को उजागर करने के िलए िनकाला गया सात यक ह।ै क ीय आकाशगगा ESO 179-13 के ंं आसपास आकाशगगा के टकराव के कारण उ प न ं भ य तारा-िनमाण वलय स प िदखाई दतेा ह।ै क ीय ु आकाशगगा कम मा ा म तार के िनमाण को दशाती ह ै, ं सभवत: बलेट आकाशगगा के साथ अ यो यि या के ंुं कारण गैस समा हो गई ह,ै बलेट आकाशगगा अपने ुं आप म तेजी से तारा िनमाण ि या से गजर रही ह।ैु हाल ही म γ -िकरण बड म सघ वलय आकाशगगा ंं अनसधाना मक िवशेषताएँुं हमारी आकाशगगा के समीप रह यमयी गामा-रे उ सजन आकाशगगा णालींं आयका क वै ािनक सलाहकार सिमित (एसएसी) क ु बैठक 22 से 26 अै ल 2024 के दौरान आयोिजत क गई। सिमित म ोफेसर िफल चा स (साउथे टन िव िव ालय; अ य ), ोफेसर ि यवदा नटराजन ं (येल िव िव ालय; सद य), ोफेसर टी. आर. शेषाि (िद ली िव िव ालय; सद य), ोफेसर रिव सेठ (पेि स वेिनया िव िव ालय; सद य), ोफेसर यक िसमाड (िव टो रया िव िव ालय; सद य), ू ोफेसर पी. ीकमार ( मिणपाल सटर फॉर ु नैचरल साइसेस; सद य ), ोफेसर एलन वेन टीन ुं (कैिलफोिनया इि टटयट ऑफ टे नोलॉजी; सद य) ्ू एव ोफेसर आर. ीआनद (िनदशेक, आयका; ंंु सिमित को स थान क सम त गितिविधय के सभी ं पहलओ पर सकाय ारा ितवेदन एव ततीकरण ुंंंु ा हए। एसएसी (SAC) सद य के स मख आयका ुु के िविभ न व ाओ एव सहकिमय ारा िव ान ंं ततीकरण िदए गए। एसएसी (SAC) ने अनौपचा रक ु प सेआयका के वै ािनक कमचा रय , नातक छा , ु पो टडॉ टोरल अ येताओ, अ यागत तथा ं शासिनक िवभाग के कािमक के साथ वातालाप िकया। एसएसी (SAC) सद य अपने ितवेदन म सद य सिचव) शािमल थे। ोफेसर ि यवदा नटराजन ं बैठकम उपि थत न हो सक । भारतीय िवि ालय के यापक भौगोिलक िव तार म खगोलीय अनसधान एव िश ा के अवसर को लाने के ुंं अपने अिधदशे को परा करने के सदभ म आयका ारा ूंु ा उपलि धय से काफ भािवत हए थे। उ ह ने स थान के िविभ न गितिवधय को बनाए रखने एव ंं अिधक प र कत करने के िलए िविभ न सझाव दान ृु िकए तथा मागदशन िकया। आयका अब से अगले दो ु वष के बाद होने वाली एसएसी (SAC) बैठक से पहले इन मागदशनपरक सझाव के य प से काया वयन ु के िलए योजना बनानेक ि या म ह।ै िच 1 : (बाया) गामा-िकरण उ सजन करने वाली सघ वलयआकाशगगा णाली, " कैथरीन वील " का काशीय ंं िच । (दाया): तार के िनमाण े क िदि मान हाइ ोजन गैसक िवशषेताए ँसमान े क H-अ फा बडछाया म नज़रआती ह,ै जो तारा िनमाणके वलयको िच हािकतकरती ह।ैं | 02 A§H$ 133 - OwbmB© 2024 | IJmob | KHAGOL

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