Khagol Bulletin # 132 (Apr 2024) - HIN
चिक धिलमय टोरस एव BLR म शािमल होने वाले ंूूं घटक का एजीएन म समान म म िवकास होना अपेि त ह,ै इसिलए उनका िवे षण प प से िदखाता ह ैिक WLQs म BLR अिवकिसत ह ैऔर अपने उ सजन रेखा क ीणता का मख कारण हो ु सकता ह।ै योग क इन खलाओ ने म यत: 1-2m ृंंु वग दरबीन के फोटोमिे क डेटा का उपयोग करते हए ू िविभ न सभा य ितमान के बीच म WLQs म ीण ं िन कष पर पहचता ह ैिक शायद WLQs म उ सजन ं रेखा क ीणता का कारण िवकासा मक प र य से सबिधत हो सकता ह,ै जहाँ उनके यापक उ सजन रेखा ंंे (BLR, एजीएन म बल उ सजन रेखा के िलए िज मदेार ह)ै शायद अ छी तरह से िवकिसत नह हए जो एजीएन िनमाणक ारिभकअव था म हो सकता ह।ै ं इस सभावना को सिनि त करने के िलए, इसी समह के ंुू एक अ य पीएचडी छा , रितश कमार, ने धमशाला ु क ीय िव िव ालय म 61 RQWLQs का पे ल एनज िडि यशन (SED) कायाि वत िकया और ु उनक तलना SDSS एव WISE डेटा का उपयोग ुं करके सामा य QSOs के िनयि त नमन के SED के ंू साथ क । अपने िव तत SED अपघटन म एक म य ृु अतर उ ह ने पाया िक उनके समजन म " धिलमय टोरस ंंू घटक " से िनकलने वाली योित सामा य वासार क उनक िनयि त नमने म पाए गए म य क तलना म ंूूु WLQs मलगभग 42 ितशतकम ह।ै उ सजन रेखाओ के कारण के प म मागत िवकास ं प र य का माण दान िकया ह ैजो िक सदहे से परे ं जाकर इस पहलेी को सलझाने के िलए मददगार सािबत ु हआह।ै िन कष के तौर पर, यह आलेख 1.3m DFOT का उपयोग करके हाल ही म कायाि वत िकए गए काय म के उदाहरण को िच हािकत करके गामी एजीएन ं अनसधान म 1-2m वग काशीय दरबीन के मह व को ुंू अधोरेिखत करता ह।ै उनक अपे ाकत कम प रचालन ृ लागत के कारण से सामा य प से छोटी दरबीन का ू ऐसा नेटवक िविभ न सव ण अिभलेखीय डेटा के साथ इस समह-सचािलत िविश काय म क तरह, िपछले ूं पाँच साल से चल रह ेि वक ािजएट सिवधा (ZTF) ंंु जैसे अिधक मह वका ी बड़े सव ण सचािलत ंं काय म को भी एजीएन अनसधान म िविभ न अ णी ुं पहिेलय को सबोिधत करने के िलए अ यिधक ं मह वपण पाया गया ह।ै ये सव ण यहाँ तक िक एजीएन ू णेी का ितिनिध व करने वाले बड़े नमन का ू साि यक यअ ययन करने म स म ह। उदाहरणके िलए ं इसी समह के एक अ य सद य िवभोर नेगी ने अपने ू पीएचडी काय के िलए 455 Bl-Lac और 442 लैट पे म रेिडयो वासार (FSRQ) के बारे म बड़े नमने ू का उपयोग ZTF ’g’ और ’ r’ बड काश वक का उपयोग करके उनक रग प रवतनशीलता के अ वेषण ं को कायाि वत करने के िलए िकया ह।ै अभी तक इस कार के अ ययन यि गत िपडो (बि क अिभनित ं िपडो चनाव के साथ) पर िकए जाते ह एव 1-2 m ंुं दरबीन का उपयोग करके ZTF जैसे सव ण के साथ ू िविभ न एजीएन िेणय के िलए इस कार के बड़े नमने ू के साथ पहली बार इस कार का िव ततअ वेषणकरना ृ सभव हआह।ै ं िच 1: रेडिश ट और काशीय योित म िमलान के सामा य QSOs के िनय ण नमने के साथ हमारे नमने म से एक ंूू WLQs म उ सजन के िविभ न घटक का उ क समजन SED तलना का िच ण। [Kumar, Chand & Joshi ृंु 2023, MNRAS 2023, 519, 3656]. | 10 िच 2: यह परेखा सामा य QSOs के िनय ण नमने के सबध म WLQ के येक सद य के िलए गणना िकए गए ंूंं उ सजन रेडिश ट (zemi)को दशाती ह।ै यह दखेा जा सकता ह ैिक (i) कछ बाहर कारक को छोड़कर सभी WLQs ु सामा य QSOs के अपने रेडिश ट और आर-बड प रमाण-िमलान नमने क तलना म कम टोरस योित दशाता ह ैूु और (ii) उ सजन रेडिश ट के काय के प म Δ Ltor/Ltor म वहाँ कोई भी मह वपण वि नह ह ै[Kumar, ृू Chand& Joshi 2023, MNRAS 2023, 519, 3656].। A§H$ 132 - An«¡b 2024 | IJmob | KHAGOL
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